ICMR Post Doctoral Fellowship Scheme 2024: आवेदन, लाभ व पात्रता?

ICMR Post Doctoral Fellowship Scheme 2024: आवेदन, लाभ व पात्रता?

परिचय

ICMR Post Doctoral Fellowship Scheme 2024 भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (ICMR) द्वारा संचालित एक महत्वपूर्ण पहल है, जिसका उद्देश्य स्वास्थ्य अनुसंधान के क्षेत्र में नवाचार और उत्कृष्टता को बढ़ावा देना है। यह योजना अनुसंधान के प्रति गंभीरता और प्रतिबद्धता रखने वाले युवा वैज्ञानिकों को अवसर प्रदान करती है, जिससे वे अपने अध्ययन और अनुसंधान कौशल को और भी विकसित कर सकें। ICMR की यह पोस्ट डॉक्टोरल फेलोशिप उन वैज्ञानिकों के लिए तैयार की गई है, जो अपने शोध कार्यों के माध्यम से स्वास्थ्य विज्ञान में दुनिया को नई दृष्टि और समाधान प्रदान करना चाहते हैं।

यह योजना बुनियादी और अनुवांशिक अनुसंधान को प्रोत्साहित करने के साथ-साथ सामुदायिक स्वास्थ्य संबंधी मुद्दों के समाधान के लिए समर्पित है। ICMR की यह पहल अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुरूप अनुसंधान गतिविधियों को प्रोत्साहित करने का प्रयास करती है। मुख्यतः, इसका उद्देश्य उन डॉक्टरों, स्नातकोत्तर शोधकर्ताओं और युवा वैज्ञानिकों को अवसर प्रदान करना है, जिनके पास नवीनतम विचार और अनुसंधान परियोजनाएं हैं। इन परियोजनाओं के माध्यम से भारत में स्वास्थ्य सेवा को बेहतर बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण योगदान दिया जा सकता है।

ICMR- पोस्ट डॉक्टोरल फेलोशिप योजना के तहत चयनित शोधकर्ताओं को वित्तीय सहायता, अनुसंधान सुविधाएं और विशेषज्ञ मार्गदर्शन प्रदान किया जाता है। यह योजना अनुसंधान में संवृद्धि का एक महत्वपूर्ण मित्र है, जो भारतीय शोधकर्ताओं को वैश्विक मंच पर प्रतिस्पर्धा करने की क्षमता प्रदान करती है। इस तरह, यह योजनाएं युवा वैज्ञानिकों को सशक्त बनाने और स्वास्थ्य अनुसंधान में उनकी भागीदारी को बढ़ावा देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम हैं।

highlights of the ICMR Post Doctoral Fellowship Scheme 2024:

Section Highlights
Introduction It was initiated by ICMR to encourage innovation and excellence in health research, focusing on committed young scientists to advance their research skills and contribute to health sciences.
Objective To foster advanced medical research, strengthen the Indian medical system, and support researchers in contributing to public health, especially in areas like infectious and non-infectious diseases, ecology, and public health studies.
Research Areas Covers fundamental science, infectious diseases, non-communicable diseases, and reproductive health, promoting research that can provide long-term solutions to social health issues.
Benefits of Fellowship Includes financial assistance, health insurance, participation in skill development workshops, opportunities for national/international conferences, and a research-friendly environment for up to 2 years.
Eligibility Criteria Applicants must hold a PhD in a relevant field, a postgraduate degree in medical sciences, and be under 35 years of age (age relaxation for reserved categories). Must have participated in a research project in the last 3 years.
Application Process It involves filling out the application form on the ICMR website, submitting required documents (academic certificates, research papers, biodata, research proposal), and attending the interview if shortlisted.
Selection Process A structured, transparent process is evaluating educational qualifications, research experience, and proposal quality, followed by an interview and final selection based on scores.
Role of ICMR Established in 1911, ICMR leads medical research in India, provides data for health policies, and supports innovation in the medical field through collaboration with institutions and universities.
Conclusion The ICMR fellowship advances medical research by empowering researchers with financial and institutional support, ultimately enhancing public health and providing innovative solutions to health challenges in India.

ICMR पोस्ट डॉक्टोरल फेलोशिप स्कीम का उद्देश्य

ICMR (Indian Council of Medical Research) पोस्ट डॉक्टोरल फेलोशिप योजना 2024, भारतीय चिकित्सा अनुसंधान के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण पहल है। इसका मुख्य उद्देश्य उन्नत चिकित्सा अनुसंधान को प्रोत्साहित करना और भारतीय चिकित्सा प्रणाली को मजबूती प्रदान करना है। इस योजना के तहत, अनुसंधानकर्ताओं को वित्तीय सहायता और संसाधनों का उपयोग करने का अवसर मिलता है, जिससे वे अपने अनुसंधान कार्यों को आगे बढ़ा सकें। यह फेलोशिप योजना विशेष रूप से उन अनुसंधानकर्ताओं के लिए बनाई गई है जो अपने डॉक्टोरल अध्ययन के बाद अगले स्तर पर अनुभव और ज्ञान प्राप्त करना चाहते हैं।

फेलोशिप कार्यक्रम का एक प्रमुख उद्देश्य है कि यह स्वास्थ्य संबंधी महत्वपूर्ण मुद्दों पर अनुसंधान को प्रोत्साहित करे, जैसे कि संक्रामक रोग, गैर-संक्रामक रोग, पारिस्थितिकी, और सार्वजनिक स्वास्थ्य संबंधी अध्ययन। इसके तहत, प्रतिभागियों को बुनियादी और अनुप्रयुक्त अनुसंधान के लिए आवश्यक कौशल विकसित करने का अवसर दिया जाता है, जिससे उनकी अनुसंधान में योगदान की क्षमता बढ़ाई जा सके। यह फेलोशिप विशेष रूप से उन क्षेत्रों में ध्यान केंद्रित करती है, जहाँ अनुसंधान की आवश्यकता है और जो सामाजिक स्वास्थ्य को प्रभावित करते हैं।

इस योजना का उद्देश्य केवल व्यक्तिगत विकास नहीं है, बल्कि यह चिकित्सा अनुसंधान के पूरे पारिस्थितिकी तंत्र को सशक्त बनाना है। फेलोशिप से प्रशिक्षित शोधकर्ताओं की एक नई पीढ़ी तैयार होती है, जो न केवल अपने ज्ञान में वृद्धि करती है, बल्कि स्वास्थ्य नीति निर्माण में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है। इस प्रकार, ICMR पोस्ट डॉक्टोरल फेलोशिप स्कीम, भारत में चिकित्सा अनुसंधान के क्षेत्र में एक नया दृष्टिकोण प्रदान करते हुए, सार्वजनिक स्वास्थ्य में सुधार के लिए पथ प्रदर्शित कर रही है।

अनुसंधान के क्षेत्र

ICMR- पोस्ट डॉक्टोरल फेलोशिप योजना 2024 विभिन्न अनुसंधान क्षेत्रों में योगदान करने के लिए समर्पित है। इस योजना के तहत चयनित शोधकर्ताओं को कई महत्वपूर्ण और सामयिक क्षेत्रों में कार्य करने का अवसर मिलता है। इनमें बुनियादी विज्ञान, संक्रामक बीमारियाँ, गैर-संक्रामक बीमारियाँ और प्रजनन स्वास्थ्य प्रमुख हैं।

बुनियादी विज्ञान में अनुसंधान का उद्देश्य जैविक प्रक्रियाओं के मूलभूत सिद्धांतों की खोज करना है। इस क्षेत्र में अन्वेषण करने वाले शोधकर्ता कोशिका विज्ञान, आणविक जीवविज्ञान और जैव रसायन जैसे विषयों पर ध्यान केंद्रित करते हैं। यह अनुसंधान अन्य चिकित्सा और स्वास्थ्य संबंधित क्षेत्रों में विकास के लिए आधार तैयार करता है।

संक्रामक बीमारियों के अनुसंधान में ऐसे रोगों का अध्ययन किया जाता है जो संक्रामक एजेंटों से उत्पन्न होते हैं, जैसे कि बैक्टीरिया और वायरस। इस क्षेत्र में प्राथमिक लक्ष्य रोगों के विकास की प्रक्रिया, उनके संक्रमण के तंत्र, और अन्य सामान्य स्वास्थ्य समस्याओं पर इनके प्रभावों को समझना होता है। विभिन्न वैश्विक महामारी के समय यह अनुसंधान अत्यधिक महत्वपूर्ण होता है।

गैर-संक्रामक बीमारियों की दिशा में अनुसंधान का उद्देश्य उन स्वास्थ्य मुद्दों का समाधान खोजना है जो जीवनशैली और पर्यावरण से संबंधित हैं। इन बीमारियों में हृदय संबंधी समस्याएं, मधुमेह, कैंसर और मनोवैज्ञानिक विकार शामिल हैं। इस क्षेत्र में अनुसंधान नीति निर्माण, उपचार एवं स्वास्थ्य के अच्छे मानकों को स्थापित करने में सहायक होता है।

प्रजनन स्वास्थ्य अनुसंधान में परिवार नियोजन, मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य, और प्रजनन संबंधी विकारों से संबंधित मुद्दों पर ध्यान केंद्रित किया जाता है। यह क्षेत्र सामाजिक स्वास्थ्य और महिलाओं की सशक्तिकरण से भी जुड़ा हुआ है।

इस प्रकार, ICMR- पोस्ट डॉक्टोरल फेलोशिप योजना उन शोधकर्ताओं को अनुग्रहित करती है, जो इन क्षेत्रों में अनुसंधान कर, समाज और स्वास्थ्य क्षेत्र में सकारात्मक बदलाव लाना चाहते हैं। मैंडेटरी क्षेत्रों में सहयोग से सामाजिक स्वास्थ्य के लिए दीर्घकालिक समाधान की ओर कदम बढ़ाना संभव है।

फेलोशिप लाभ

ICMR पोस्ट डॉक्टोरल फेलोशिप योजना 2024 में शामिल छात्रों और शोधकर्ताओं को कई महत्वपूर्ण लाभ मिलते हैं। यह फेलोशिप शोधकर्ताओं को उनके अनुसंधान प्रोजेक्ट्स में सहायता प्रदान करने के लिए डिज़ाइन की गई है, जिससे वे विज्ञान और स्वास्थ्य देखभाल के विभिन्न क्षेत्रों में महत्वपूर्ण योगदान कर सकें। बड़े पैमाने पर, इस फेलोशिप का उद्देश्य युवा अनुसंधानकर्ताओं को विद्या के आविष्कार और नवाचार की यात्रा में मार्गदर्शन करना है, ताकि वे सफलतापूर्वक अपने प्रयासों को अंजाम दे सकें।

सबसे पहले, फेलोशिप धारकों को मासिक वित्तीय सहायता प्राप्त होती है, जो उन्हें उनके शोध कार्यों के लिए आवश्यक संसाधन जुटाने में मदद करती है। इसके अतिरिक्त, फेलोशिप के तहत स्वास्थ्य बीमा जैसे लाभ भी शामिल होते हैं, जो विद्यार्थियों को एक सुरक्षित वातावरण में अपने अनुसंधान कार्य करने की अनुमति देते हैं। कौशल विकास कार्यशालाओं और सेमिनारों में भागीदारी के अवसर भी फेलोशिप के तहत प्रदान किए जाते हैं, जो अनुसंधानकर्ताओं को उनके पेशेवर विकास में मदद करते हैं।

अधिकतम 2 वर्षों के लिए उपलब्ध इस फेलोशिप के अंतर्गत, अनेक संस्थानों में शोध के लिए सुविधाजनक वातावरण उपलब्ध होता है। साथ ही, फेलोशिप धारकों को अपने शोध कार्यों और प्रकाशित परिणामों को पेश करने के लिए राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सम्मेलन में भाग लेने का अवसर मिलता है। यह न केवल उनके नेटवर्किंग के अवसरों को बढ़ाता है, बल्कि उनके शोध की पहचान को भी उच्च स्तर पर ले जाता है।

इन सभी लाभों के माध्यम से, ICMR पोस्ट डॉक्टोरल फेलोशिप योजना 2024 शोधकर्ताओं के लिए एक दुर्लभ अवसर प्रदान करती है, जिससे वे अपने करियर में उत्कृष्टता हासिल कर सकें।

Details Value
Fellowship Amount ₹65,000 per month
House Rent Allowance (HRA) As per Govt. of India rule
Non-Practicing Allowance (NPA) As admissible
Contingency Grant ₹3,00,000 per annum
Contingency Grant for Travel 25% (National travel only)
Fellowship Payment Interval Every six months
Eligibility Indian nationals only
Education Requirement Ph.D./MD/MS completed within 3 years
Age Limit 32 years (Relaxable up to 5 years for SC/ST/OBC/PH and women)
Age Relaxation for Deserving Candidates Up to 3 years, with recommendation
Minimum PDF Guide Requirement Scientist-C grade
Eligible Institutions MCI-recognized postgraduate medical colleges (3+ batches graduated)
Additional Requirements Plagiarism check report and declaration submission
List of ICMR Institutes/Centers Available on ICMR website

पात्रता मानदंड

आईसीएमआर पोस्ट डॉक्टोरल फेलोशिप योजना 2024 के लिए आवेदन करने के लिए कुछ निश्चित पात्रता मानदंड निर्धारित किए गए हैं। इस फेलोशिप में आवेदन करने के इच्छुक उम्मीदवारों को निम्नलिखित योग्यताओं को पूरा करना आवश्यक है। सबसे पहले, उम्मीदवार को भारत सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त संस्थान से पीएचडी की डिग्री प्राप्त करनी चाहिए। यह सुनिश्चित करना जरूरी है कि डिग्री संबंधित विषय में हो, जैसे कि विज्ञान, चिकित्सा, या स्वास्थ्य संबंधित क्षेत्र।

इसके अलावा, आवेदन करने वाले उम्मीदवारों को स्नातकोत्तर डिग्री प्राप्त करनी होगी, जो चिकित्सा विज्ञान, विज्ञान और संबंधित विषयों में हो। उम्मीदवारों की आयु सीमा पर भी ध्यान दिया जाएगा। आमतौर पर, आवेदन करने के लिए अधिकतम आयु 35 वर्ष होनी चाहिए, हालांकि यह आयु सीमा कुछ विशेष स्थानों के लिए भिन्न हो सकती है। उम्मीदवारों को अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और अन्य पिछड़े वर्ग के लिए आरक्षित कोटा के अनुसार आयु में छूट मिल सकती है।

इस योजना में आवेदन करने के लिए आवश्यक है कि उम्मीदवार ने पिछले 3 वर्षों में किसी शोध परियोजना में सक्रिय रूप से भाग लिया हो। यह अनुभव उनके शोध कौशल और शोध कार्य के प्रति उनकी प्रतिबद्धता को दर्शाता है। इसके अलावा, उम्मीदवारों को संबंधित क्षेत्र में उत्कृष्टता और नवाचार के लिए कड़ी मेहनत करने की प्रेरणा रखनी चाहिए। इस तरह की सभी योग्यताओं के लिए स्पष्ट दिशा-निर्देश उपलब्ध हैं, जिन्हें आवेदन पत्र में भरते समय ध्यान में रखना अत्यंत आवश्यक है।

आवेदन प्रक्रिया

ICMR- पोस्ट डॉक्टोरल फेलोशिप योजना 2024 के तहत आवेदन करने की प्रक्रिया स्पष्ट और संक्षिप्त है। इस योजना का उद्देश्य उन शोधकर्ताओं को बढ़ावा देना है जो चिकित्सा और स्वास्थ्य विज्ञान के क्षेत्र में गतिविधियों में संलग्न हैं। आवेदन प्रक्रिया में सबसे पहले, आवेदक को ICMR की आधिकारिक वेबसाइट पर जाना होगा। यहाँ उन्हें संबंधित फेलोशिप योजना के लिए एक विशेष आवेदन फॉर्म मिलेगा जिसे उन्हें भरना होगा।

फॉर्म भरने के बाद, आवेदकों को इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि सभी आवश्यक दस्तावेज़ संलग्न किए गए हैं। आवश्यक दस्तावेजों में शामिल हैं: शैक्षणिक प्रमाण पत्र, शोध पत्र, अल्पकालिक अनुसंधान योजना, और अनुभव प्रमाण पत्र। इसके आलवा, आवेदकों को एक विस्तृत बायोडाटा और एक प्रस्तावित अनुसंधान परियोजना का सारांश भी प्रदान करना होगा। यह सुनिश्चित करना अनिवार्य है कि सभी दस्तावेज़ सही और समय पर जमा किए जाएं।

आवेदन प्रक्रिया पूर्ण करने के बाद, आवेदक को आवेदन की स्थिति की जानकारी के लिए नियमित रूप से अपनी ईमेल चेक करनी चाहिए। ICMR द्वारा आवेदन की स्क्री닝 की जाएगी और समीक्षा प्रक्रिया के दौरान पात्र आवेदकों को इंटरव्यू के लिए बुलाया जाएगा। अंततः, सफल उम्मीदवारों को फेलोशिप की पेशकश की जाएगी। यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि फेलोशिप के लिए आवेदन करने की अवधि समय-समय पर निर्धारित की जाती है, इसलिए आवेदकों को अपडेटेड जानकारी पर नज़र रखना चाहिए। सामान्यतः, आवेदन प्रक्रिया की समय सीमा की घोषणा संबंधित सूचना पत्र में की जाती है।

फेलोशिप चयन प्रक्रिया

ICMR- पोस्ट डॉक्टोरल फेलोशिप योजना 2024 के तहत चयन प्रक्रिया एक सुव्यवस्थित और पारदर्शी प्रक्रिया है। इस प्रक्रिया का उद्देश्य सक्षम और योग्य उम्मीदवारों की पहचान करना है, जो अनुसंधान के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान करने की क्षमता रखते हैं। चयन प्रक्रिया के विभिन्न चरण निम्नलिखित हैं।

पहला चरण आवेदन पत्र का प्रारंभिक मूल्यांकन है। इसमें, सभी उम्मीदवारों के द्वारा प्रस्तुत किए गए दस्तावेजों की जांच की जाएगी। इस चरण में उम्मीदवारों की शिक्षा, शोध अनुभव, और प्रस्तावित परियोजना की योग्यता का मूल्यांकन किया जाएगा। इसके बाद, एक शॉर्टलिस्टिंग प्रक्रिया होगी जहां केवल उन उम्मीदवारों का चयन किया जाएगा जो प्रारंभिक मानदंडों को पूरा करते हैं।

दूसरे चरण में एक साक्षात्कार प्रक्रिया का आयोजन किया जाता है। इस चरण में, शॉर्टलिस्टेड उम्मीदवारों का आमंत्रण दिया जाएगा। साक्षात्कार में, विशेषज्ञ पैनल उम्मीदवारों के अनुसंधान के प्रस्ताव, तकनीकी कौशल, और वैज्ञानिक दृष्टिकोण का मूल्यांकन करेगा। यह चरण न केवल उम्मीदवार की व्यक्तिगत क्षमता को आंकने का कार्य करता है, बल्कि उनके अनुसंधान विचारों की प्रासंगिकता और नवीनता को भी निर्धारित करता है।

तीसरे चरण में, चयनित उम्मीदवारों की सूची विकसित की जाएगी। यह सूची पैनल द्वारा निर्धारित अंकों पर आधारित होगी, जो कि उम्मीदवारों के मूल्यांकन के दौरान प्राप्त हुए हैं। अंत में, चयनित उम्मीदवारों को पात्रता के अनुसार सूचना भेजी जाएगी, जिसमें उनकी फेलोशिप की राशि, अनुसंधान का क्षेत्र और अन्य संबंधित जानकारी शामिल होगी। इस प्रकार, ICMR- पोस्ट डॉक्टोरल फेलोशिप योजना 2024 की चयन प्रक्रिया में पारदर्शिता और निष्पक्षता सुनिश्चित की जाती है।

ICMR संगठन और इसकी भूमिका

भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (ICMR) का गठन 1911 में हुआ था, और यह देश में चिकित्सा अनुसंधान के लिए प्रमुख संगठन है। ICMR का मुख्य उद्देश्य स्वास्थ्य नीतियों को प्रभावित करने वाले ठोस वैज्ञानिक पहलों का समर्थन करना है। यह संगठन न केवल अनुसंधान को बढ़ावा देता है, बल्कि इसे दिशा भी प्रदान करता है। ICMR में विभिन्न प्रशासनिक और वैज्ञानिक विभाग शामिल हैं, जो विभिन्न स्वास्थ्य मुद्दों पर केंद्रित अनुसंधान कार्यक्रमों को विकसित और लागू करने के लिए जिम्मेदार हैं।

ICMR की भूमिका में न केवल आधारभूत और व्यावहारिक अनुसंधान को प्रोत्साहित करना है, बल्कि यह स्वास्थ्य नीतियों के लिए महत्वपूर्ण डेटा भी उत्पन्न करता है। इसके माध्यम से, सरकार को निर्णय लेने में मदद मिलती है और यह सुनिश्चित होता है कि स्वास्थ्य सेवाएं जनता की जरूरतों के अनुरूप हों। ICMR विभिन्न संस्थानों और विश्वविद्यालयों के साथ सहयोग करते हुए अनुसंधान कराता है, ताकि चिकित्सा क्षेत्र में नवाचार को बढ़ावा दिया जा सके।

संक्षेप में, ICMR अनुसंधान नैतिकता, गुणवत्ता और प्रभावशीलता के मानकों का पालन करता है। यह भारत में चिकित्सा अनुसंधान को प्रोत्साहित करने के लिए एक संरचनात्मक ढांचा प्रदान करता है। इसके माध्यम से न केवल नई चिकित्सा विधियों और उपचारों का विकास होता है, बल्कि यह स्वास्थ्य सुरक्षा और निवारक स्वास्थ्य के लिए दिशा-निर्देश भी स्थापित करता है। कुल मिलाकर, ICMR की भूमिका देश की स्वास्थ्य आवश्यकताओं के प्रति उत्तरदायी अनुसंधान का समर्थन करना है।

निष्कर्ष

ICMR पोस्ट डॉक्टोरल फेलोशिप योजना 2024 भारतीय चिकित्सा अनुसंधान के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान करती है। यह योजना विशेष रूप से उन शोधकर्ताओं के लिए तैयार की गई है जो अपने अध्ययन और अनुसंधान के माध्यम से चिकित्सा विज्ञान में नवाचार लाना चाहते हैं। ICMR का उद्देश्य है शोधकर्ताओं को वित्तीय सहायता प्रदान करना, ताकि वे अपने अनुसंधान कार्य को सुगमता से आगे बढ़ा सकें। यह फेलोशिप न केवल आर्थिक सुरक्षा प्रदान करती है, बल्कि मान्यता प्राप्त संस्थानों में काम करने का अवसर भी देती है जिससे शोधकर्ताओं को अपने कार्यों को प्रस्तुत करने और विकसित करने का मंच मिलता है।

इस योजना की एक और महत्वपूर्ण विशेषता यह है कि यह उच्च मानकों के अनुसंधान को बढ़ावा देती है। फेलोशिप प्राप्त करने वाले अनुसंधानकर्ता अपने विषय में गहराई से ज्ञान अर्जित करते हैं और चिकित्सा क्षेत्र में विविध समस्याओं के समाधान हेतु नवाचारी शोध प्रस्तुत करते हैं। इससे न केवल व्यक्तिगत विकास होता है, वरन यह समग्र खाद्य सुरक्षा, जन स्वास्थ्य और इलाज की नई विधियों के विकास में भी सहायक होता है। ICMR का यह प्रयास अनुसंधान के क्षेत्र में उत्कृष्टता को बढ़ावा देने और देश में स्वास्थ्य सेवाओं को सुदृढ़ करने कापुनर्ति है।

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अंततः, ICMR पोस्ट डॉक्टोरल फेलोशिप योजना 2024 स्वास्थ्य अनुसंधान को आगे बढ़ाने और अन्वेषण में नए आयाम जोड़ने में मदद करती है। यह योजना उन शोधकर्ताओं के लिए एक सुनहरा अवसर है जो चिकित्सा विज्ञान में अपने योगदान को सशक्त बनाना चाहते हैं। इस योजना के माध्यम से, भारत में अनुसंधान का स्तर ऊँचा उठेगा, जो अंततः समाज की भलाई में परिणत होगा।

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